हिन्दी भाषा के सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों के संकलन के उद्देश्य से 'अवध टाइम्स'
को बनाया गया है. सर्वप्रथम हमारे द्वारा निर्धारित कई प्रकार के पैमानों
से आप सभी के
ब्लॉगों के मूल्यांकन किया जाएगा. उसके बाद सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों के नामों
का चयन किया जाएगा और यदि आपक...
एक मान्यवर ने यह प्रश्न पूछा है कि अवध टाइम्स से अपना ब्लॉग जुड़वाने में हिन्दी ब्लॉगिंग का विकास कैसे होगा ?
तो श्रीमानजी जानिये -
प्रत्येक
ब्लॉगर हिन्दी ब्लॉग दुनिया के ब्लॉग से जुडने के लिए किसी न किसी ब्लॉग
लिस्ट पर निर्भर रहता है. जहां से वह अन्य ब्लॉगों के विषय में जान पाता है
और उनसे जुड़ पाता है.
अन्य ब्लॉगों के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए ब्लॉगर के पास 2 स्रोत होते हैं -
1.
अपने ही ब्लॉग पर कुछ पसन्दीदा ब्लॉगों की एक तालिका बना लेना. ( यह तभी
सार्थक होता है जब आपकी प्रिय ब्लॉगों की सूची अधिक लम्बी न हो.)
2. किसी
फ़ीड ऐग्रीगेट करने वाली वेबसाइट पर जाना. (इससे आप अपने प्रिय ब्लॉग के
अलावा प्रिय विषय पर लिखे गए अन्य लेखकों के विचारों को भी जान पाते हैं.
साथ ही अन्य विषयों के ब्लॉगों को भी जान पाते हैं.)
अवध टाइम्स भी एक ब्लॉग संकलक है, जिसमें आपके ब्लॉग का लिंक दिया जायेगा और इस सूची को देखने वाला
आपके ब्लॉग तक सरलता से पहुँच पायेगा. यानी कि आपकी पाठक संख्या को बढाने
में 'अवध टाइम्स' सहायक सिद्ध होगा. जिससे कि आपके ब्लॉग का विकास होगा.
जिस प्रकार से आपके ब्लॉग की प्रगति होगी वैसे ही 'अवध टाइम्स' से जुडे हुए
हर ब्लॉग की प्रगति होगी और अन्ततः सम्पूर्ण ब्लॉग जगत आगे बढ़ेगा. अतः आप
अपने ब्लॉग को इस सूची में
सम्मिलित करायें. आपको व अन्य सभी ब्लॉगरों को ब्लॉगिंग के लिए शुभकामनाएं.
सम्भवतः भाजपा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब लालकृष्ण आडवाणी अगले
लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर नरेंद्र मोदी
को आगे बढ़ाने के अपने विरोध की पृष्ठभूमि में पार्टी की राष्ट्रीय
कार्यकारिणी की बैठक में आज शामिल नहीं हुए.
85 वर्षीय आडवाणी ने बैठक में हिस्सा नहीं लेने के लिए खराब स्वास्थ्य को
कारण बताया। उम्मीद है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आम चुनाव में
मोदी की भूमिका के बारे में चर्चा होगी.
आडवाणी की कल बैठक के दूसरे दिन भी हिस्सा लेना अनिश्चित है. वर्ष 2014 में
आयोजित होने वाले अगले आम चुनाव में मोदी की भूमिका को लेकर पार्टी को दो
हिस्सों में विभाजित कर दिया है. कुछ नेता उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं जबकि
आडवाणी से नजदीकी रखने वाले कुछ लोग उनका विरोध कर रहे हैं.
संभवत: विरोध जताने के लिए उमा भारती, जसवंत सिंह, योगी आदित्यनाथ पार्टी
की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
भारत को लक्ष्य बनाकर की जाने वाली आतंकी कार्यवाहियों पर विरोध जताते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि 26/11 के पाक स्थित आतंकियों को जल्द से जल्द दण्डित किया जाना चाहिये.
दोनों नेताओं के बीच बैठक आधे घंटे से अधिक समय तक चली. इस दौरान सिंह ने आतंकवाद पर भारत की चिंताओं पर बल दिया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे जबकि
जरदारी के साथ उनके पुत्र बिलावल भुट्टो, विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और
गृह मंत्री रहमान मलिक मौजूद थे.